17 December 2010

Day 21, Home, Jabalpur (M.P.)

ये मेरी नयी कविता है जिसे हमने कल (१७/१२/२०१०) ही लिखा है. प्यार... बड़ा ही खूबसूरत एहसास होता है ये... इस कविता को मैंने भावनाओं में रहकर लिखा है, इसलिए इसमें आपको मोहब्बत ही मोहब्बत मिलेगी... इस कविता को इसकी तासीर समझते हुए पढियेगा, आपको अच्छा लगेगा वरना मेरा लिखना बेकार जायेगा :

Wo Do Til Wali Ladki


वो
दो तिल वाली लड़की
मासूम
खूबसूरत
लेकिन
हैरान
परेशां
भ्रमित भी
इतनी सुन्दर
की
अपनी
खूबसूरती की दौलत
गाल पे पड़ने वाले
गड्ढे पर
दूसरे गाल पे
दो काले पहरेदार
बैठा रखे हैं
वो जिस दिन
मेरी ज़िन्दगी में आई
वैसे ही एक दिन
चली भी गयी
शायद
वो दो पहरेदार ही
उसे
ले गए
मुझसे दूर
लेकिन
जाने से
कुछ दिन पहले
अपने
शरीर की छुअन को
मेरे शरीर से 
एकाकार कर
मेरे होठों पर
अपने होठों का
रख भार
फिर लौट कर आने का
वादा कर
मुझे मेरे
अपने होने का
एहसास करा गयी
वो
दो तिल वाली लड़की...



Vicky Tiwari
===============================================
:: Thought for the day ::
प्यार कभी नाप तौल के, थोडा थोडा करके, कंजूसी से नहीं करना चाहिए या अगर आप पहले से ही प्यार में हैं तो किन्ही भी परिस्तिथियों के चलते अपने प्यार का अपने हाथों गला न घोंटें... विश्वास रखें अगर आपका प्यार सच्चा है तो आपकी बड़ी से बड़ी परेशानी या परिस्तिथि चुटकी बजाते ही, जल्दी ही हल हो जाएगी. बस आपको एक काम करते चले जाना है -
अपने प्यार की दौलत 'अपने प्यार' पर लुटते चले जाईये...

2 comments:

  1. IN LOVE IT DOESNT MATTER THAT U R THE FIRST ONE IN HIS/HER LIFE OR NOT..THE ONLY THING THAT MATTERS IS U MUST BE THE LAST....

    ReplyDelete
  2. AWESOME CREATION VICKY...SIMPLY HEART TOUCHING

    ReplyDelete